by 52patti.com Feb 19-2025
जब भी आप कोई संपत्ति खरीदते हैं, तो उसके लिए केवल बिक्री मूल्य ही नहीं, बल्कि कुछ अतिरिक्त शुल्क भी देने होते हैं। इन्हीं अतिरिक्त खर्चों को समापन लागत (Closing Cost) कहा जाता है। यह लागत संपत्ति की कुल कीमत का लगभग 2% से 6% तक हो सकती है और इसमें विभिन्न प्रकार के शुल्क शामिल होते हैं।
इस ब्लॉग में हम समझेंगे कि समापन लागत क्या होती है, इसमें कौन-कौन से शुल्क शामिल होते हैं, और इसे कम करने के तरीके क्या हैं।
समापन लागत में शामिल शुल्क
समापन लागत में कई प्रकार के शुल्क शामिल होते हैं, जो मुख्य रूप से निम्नलिखित होते हैं:
1. आवेदन शुल्क (Application Fee)
यह शुल्क बैंक या ऋणदाता द्वारा ऋण (Loan) के लिए आवेदन प्रोसेस करने के बदले लिया जाता है। यह शुल्क ₹5,000 से ₹10,000 के बीच हो सकता है।
2. मूल्यांकन शुल्क (Appraisal Fee)
बैंक या ऋणदाता को यह जानना होता है कि जिस संपत्ति के लिए लोन दिया जा रहा है, उसकी असली बाजार कीमत क्या है। इसके लिए वे एक विशेषज्ञ से मूल्यांकन (Appraisal) करवाते हैं, जिसका शुल्क ₹3,000 से ₹15,000 तक हो सकता है।
3. ऋण प्रोसेसिंग शुल्क (Loan Processing Fee)
बैंक द्वारा ऋण स्वीकृत करने की प्रक्रिया में यह शुल्क लिया जाता है, जो कुल ऋण राशि का 0.25% से 1% तक हो सकता है।
4. वकील और कानूनी शुल्क (Legal Fees)
संपत्ति के दस्तावेजों की जांच और कानूनी औपचारिकताओं के लिए वकील या लीगल एडवाइजर का शुल्क देना होता है। यह शुल्क ₹5,000 से ₹25,000 तक हो सकता है।
5. स्टांप शुल्क और पंजीकरण शुल्क (Stamp Duty & Registration Fee)
यह सबसे बड़ा खर्च होता है, जो राज्य सरकार द्वारा निर्धारित किया जाता है। यह शुल्क संपत्ति की कीमत का 5% से 10% तक हो सकता है।
6. बीमा शुल्क (Insurance Fee)
संपत्ति को किसी भी प्राकृतिक आपदा या दुर्घटना से बचाने के लिए संपत्ति बीमा (Property Insurance) करवाना अनिवार्य हो सकता है। इसका शुल्क ₹10,000 से ₹50,000 तक हो सकता है।
7. अग्रिम संपत्ति कर (Advance Property Tax)
कुछ राज्यों में संपत्ति खरीदते समय एक साल का संपत्ति कर (Property Tax) पहले से भरना होता है।
8. मेंटेनेंस और सोसाइटी शुल्क (Maintenance & Society Charges)
अगर आप किसी अपार्टमेंट या गेटेड सोसाइटी में घर खरीद रहे हैं, तो आपको सोसाइटी मेंटेनेंस शुल्क देना पड़ सकता है।
9. एजेंट कमीशन (Agent Commission)
अगर आपने संपत्ति किसी ब्रोकर या एजेंट के माध्यम से खरीदी है, तो उसे 1% से 2% तक कमीशन देना पड़ सकता है।
10. जीएसटी (GST) और अन्य कर (Taxes & GST)
अगर संपत्ति निर्माणाधीन (Under Construction) है, तो आपको 5% GST देना होगा।
समापन लागत को कम करने के तरीके
1. बैंक से बातचीत करें – कुछ शुल्कों पर बैंक छूट दे सकता है।
2. सरकारी सब्सिडी का लाभ लें – PMAY जैसी योजनाओं से स्टांप शुल्क कम हो सकता है।
3. विभिन्न ऋणदाताओं की तुलना करें – अलग-अलग बैंकों से ऑफर लेकर सबसे सस्ता विकल्प चुनें।
4. कानूनी सलाहकार सावधानी से चुनें – महंगे वकीलों की बजाय अनुभवी लेकिन किफायती वकील का चयन करें।
संपत्ति खरीदते समय केवल उसकी कीमत ही नहीं, बल्कि समापन लागत को भी ध्यान में रखना जरूरी होता है। यह खर्च कई प्रकार के शुल्कों से मिलकर बनता है, जो कुल कीमत का 2% से 6% तक हो सकता है। यदि आप सही योजना बनाएं और कुछ शुल्कों पर छूट प्राप्त करें, तो इस लागत को काफी हद तक कम किया जा सकता है।