by 52patti.com Feb 24-2025
रियल एस्टेट बाजार हर साल नए रुझानों और चुनौतियों का सामना करता है। 2025 में भारतीय रियल एस्टेट सेक्टर में कई बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं। अगर आप घर खरीदने, बेचने या रियल एस्टेट में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो इन रुझानों को समझना आपके लिए फायदेमंद होगा।
1. सस्टेनेबल और ग्रीन हाउसिंग की मांग बढ़ेगी
अब लोग पर्यावरण-अनुकूल घरों को प्राथमिकता देने लगे हैं। 2025 में, ग्रीन बिल्डिंग्स, सोलर पैनल्स और ऊर्जा-कुशल घरों की मांग बढ़ेगी। सरकार भी इस दिशा में प्रोत्साहन दे रही है, जिससे डेवलपर्स पर्यावरण-अनुकूल परियोजनाओं पर ध्यान दे रहे हैं।
2. मेट्रो और टियर-2 शहरों में रियल एस्टेट बूम
दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु जैसे मेट्रो शहरों के अलावा पटना, लखनऊ, जयपुर, इंदौर जैसे टियर-2 शहरों में भी प्रॉपर्टी की मांग तेजी से बढ़ेगी। बेहतर कनेक्टिविटी, नई सरकारी योजनाएँ और तेजी से बढ़ता इंफ्रास्ट्रक्चर इन शहरों को आकर्षक बना रहा है।
3. रियल एस्टेट में टेक्नोलॉजी का बढ़ता प्रभाव
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), वर्चुअल रियलिटी (VR) और ब्लॉकचेन जैसी तकनीकें रियल एस्टेट सेक्टर को बदल रही हैं। घर देखने से लेकर डील फाइनल करने तक, सब कुछ डिजिटल होता जा रहा है। 2025 में, स्मार्ट होम्स और टेक-इनेबल्ड प्रॉपर्टी मैनेजमेंट का चलन बढ़ेगा।
4. किराए पर घर लेने का ट्रेंड बढ़ेगा
महंगाई और प्रॉपर्टी की बढ़ती कीमतों के कारण लोग घर खरीदने की बजाय किराए पर लेना पसंद कर सकते हैं। को-लिविंग और को-वर्किंग स्पेस की मांग भी बढ़ेगी, खासकर मेट्रो शहरों में।
5. अफोर्डेबल हाउसिंग की लोकप्रियता
सरकार की "प्रधानमंत्री आवास योजना" और अन्य किफायती हाउसिंग प्रोजेक्ट्स से आम लोगों के लिए घर खरीदना आसान होगा। कम बजट में अच्छे घरों की मांग 2025 में और भी बढ़ेगी।
6. कमर्शियल रियल एस्टेट में नई संभावनाएँ
वर्क-फ्रॉम-होम कल्चर के बाद भी ऑफिस स्पेस की मांग बनी रहेगी, खासकर हाइब्रिड वर्क मॉडल के लिए। रिटेल स्पेस और वेयरहाउसिंग सेक्टर में भी निवेश के अच्छे अवसर मिल सकते हैं।
2025 में भारतीय रियल एस्टेट बाजार में ग्रीन हाउसिंग, स्मार्ट टेक्नोलॉजी, अफोर्डेबल होम्स और टियर-2 शहरों में निवेश की संभावनाएँ अधिक होंगी। यदि आप निवेश की सोच रहे हैं, तो अपने बजट और जरूरतों के अनुसार सही लोकेशन और प्रॉपर्टी का चयन करें।