by 52patti.com Mar 23-2021
रेडी-टू-मूव इन फ्लैट अब लोगों का सबसे पसंदीदा विकल्प बनते जा रहा हैं. रीयल्टी एडवाइजर फर्म एनारॉक ने एक सर्वेक्षण में यह जानकारी सामने आई है. सर्वेक्षण के मुताबिक, “कई घर खरीदारों के लिए पहले से तैयार घर अब भी पहली पसंद बने हुए हैं.
रिपोर्ट में कहा गया है कि एनसीआर में लगभग 10,20 करोड़ रुपये मूल्य के लगभग 15,600 अनसोल्ड रेडी होम हैं. यह रिपोर्ट इस तरफ इशारा कर रही है कि आने वाले समय में रेडी-टू-मूव इन अपार्टमेंट की हिस्सेदारी बढ़ सकती है. पिछले कुछ सालों में बिल्डर की तरफ से पजेशन में देरी के कारण खरीदारों का रुझान रेडी टू मूव घरों की तरफ तेजी से बढ़ा है. रीयल स्टेट सेक्टर में मांग पहले से काफी कम है.
हालांकि रेडी टू मूव घर खरीदने पर आपको इसके कंप्लीशन का इंतजार नहीं करना पड़ता. रेरा कानून के लागू होने के बाद बिल्डर या डेवलपर्स पर अब समयसीमा का दबाब है. कानून के मुताबिक अगर डेवलपर तय समयसीमा में खरीदार को घर नहीं सौंपता है तो उसपर पेनाल्टी लगेगी.
रेडी टू मूव घर लेने का यह सबसे बड़ा फायदा है. इसमें आप तैयार घर में पहले दिन से रहना शुरू कर देते हैं. खासकर वैसे लोग जो एक साथ घर की ईएमआई और किराया दोनों एक साथ नहीं दे सकते, और तुरंत घर की जरूरत होती हो, को बड़ी राहत मिलती है.
इतना ही नहीं अंडर कंस्ट्रक्शन प्रॉपर्टीज में अपार्टमेंट के अलावा दूसरी सुविधाओं के पूरा होने के लिए इंतजार करना पड़ सकता है. जबकि रेडी टू मूव के विकल्प में आप अपने पड़ोस में बाजार, अस्पताल, स्कूल, आवश्यक संरचना, पार्क, कनेक्टिविटी आदि के बारे आप तुरंत जान और देख सकेंगे.