by 52patti.com Jul 06-2021
केंद्र सरकार ग्रामीण क्षेत्रों के कमजोर वर्ग के लोगों को स्वयं का पक्का घर बनाने के लिए आर्थिक सहायता उपलब्ध करा रही है और साथ ही पुराने घर को पक्का करने में भी मदद कर रही है। अगर आपने भी हाल ही में अपना पहला फ्लैट या मकान खरीदा है, तो ये खबर आपके लिए लाभदायक साबित हो सकती है।
दरअसल पीएम आवास योजना के अंतर्गत केंद्र सरकार ग्रामीण क्षेत्रों के लोग पीएम आवास योजना के तहत ब्याज सब्सिडी प्राप्त कर सकते हैं।
जानिए प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के लाभ
प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण योजना के तहत आप छह लाख रुपये का लोन सालाना महज छह फीसदी तक की ब्याज दर पर ले सकते हैं। अगर आप इससे ज्यादा बजट का घर बनाना चाहते हैं तो फिर आपको इससे ज्यादा पैसों की जरूरत होगी ऐसे में आपको उस अतिरिक्त रकम पर आम ब्याज दर से लोन लेना होगा। अब ऑनलाइन वेबसाइट पर मौजूद कैल्क्युलेटर की मदद से अपने होम लोन पर मिलने वाले पैसे और उसके ब्याज की दर के मुताबिक अपने महीने के हिसाब से किश्त का हिसाब कर सकते हैं कि आपको महीने में कितने रूपये बैंक को EMI के रूप में देने होंगे।
इस तरीके से चेक कर सकते हैं लिस्ट में अपना नाम
पीएमएवाई की वेबसाइट
https://pmaymis.gov.in/ पर जाएं और उसके लिंक पर क्लिक करें। इस लिंक पर क्लिक करने के बाद ऊपर के टैब में दी गई जानकारियों के मुताबिक सर्च बेनिफिशियरी टैब पर माउस ले जायें।
यहां आपको नाम से सर्च बाय नेम दिखाई देगा। इस पर क्लिक करें। इसके बाद यह पेज खुलेगा। इसमें अपना नाम लिखें। अब आपके सामने जो पेज खुलेगा उसमें इस नाम के सभी लोगों की सूची दिखेगी। आप अपने नाम पर क्लिक कर इस बारे में पूरी जानकारी ले सकते हैं।
ऑनलाइन कैसे ब्याज सब्सिडी की स्थिति का पता लगा सकते हैं
2. अब आपको एप्लीकेशन आईडी के लिए निर्दिष्ट स्थान पर क्लैप आईडी डालनी होगी।
3. अब आवेदक 'गेट स्टेटस' पर क्लिक करें। इसके बाद आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी आएगा।
4. ओटीपी डालकर वेरिफाई पर क्लिक कीजिए। इसके बाद आपको एप्लीकेशन का स्टेटस पता चल जाएगा।
5. सब्सिडी रिलीज्ड टू PLI- इसमें आवेदक को पता चलेगा कि सरकार ने बैंक को सब्सिडी रिलीज कर दी है या नहीं। अगर यह भी हरे रंग से हाईलाइट होता है, तो इसका मतलब होगा कि सरकार ने बैंक को सब्सिडी रिलीज कर दी है।
प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए पात्रता
- *आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS): 3 लाख रुपये तक की सालाना आय
- *निम्न आय वर्ग (LIG): 3 लाख से 6 लाख रुपये तक की सालाना आय
- *मध्यम आय वर्ग I (MIG I): 6 लाख से 12 लाख रुपये तक की सालाना आय
- *मध्यम आय वर्ग II (MIG II): 12 लाख से 18 लाख तक की सालाना आय