by 52patti.com Nov 06-2022
रेडी टू मूव प्रॉपर्टी के विकल्प खरीदार दुविधा में होते हैं कि ऐसे प्रॉपर्टी के क्या फायदे और नुक्सान हो सकते हैं. अब ऐसे में प्रॉपर्टी खरीदने वाले कुछ पहलुओं पर गौर करके बेहतर निर्णय ले सकते हैं. अधिकतर ऐसा माना जाता है कि सुविधाओं के साथ मिलने वाली रेडी टू मूव और अंडर कंस्ट्रक्शन प्रॉपर्टी की कीमत में बड़ा अंतर होता हैं.
घर या फ्लैट खरीदने से पहले हर व्यक्ति को इस तरह का कंफ्यूजन बना रहता है. पिछले कुछ सालों में कई कारणों से बड़े हाउसिंग प्रोजेक्ट्स अटके पड़े हैं. घर खरीदारों की जिंदगीभर की कमाई इसमें अटकी हुई है. ऐसे में ना घर मिल रहा है ना पैसा. जिसके बाद लोगो में कहीं ना कहीं असमंजस बन जाता है.
आपको बता दें कि रेडी टू मूव और अंडर कंस्ट्रक्शन प्रॉपर्टी में कुछ बेसिक अंतर है, जो आपको समझने चाहिए, इसमें कुछ फायदे और नुकसान आपको जरूर देखने चाहिए. इसके बाद आप आसानी से फैसला कर सकते है. रेडी टू मूव यानी पूर्ण रूप से तैयार प्रॉपर्टी की कीमत निर्माणाधीन फ्लैट से ज्यादा होती है. हालांकि, इन दोनों तरह के विकल्पों के अपने कुछ फायदे और नुकसान हैं. क्योंकि जैसे-जैसे प्रॉपर्टी बनकर तैयार होगी, इसके दाम बढ़ जाते हैं.
रेडी टू मूव अपार्टमेंट के कब्जे में देरी नहीं होती. आप तुरंत शिफ्ट कर सकते हैं. अगर आप निर्माणाधीन अपार्टमेंट खरीदने जा रहे हैं, तो इसका पजेशन तय समय पर मिल पाएगा या नहीं, ये कहना निश्चित तौर पर थोड़ा मुश्किल है. अगर आप किराये के मकान में हैं और लोन लेकर रेडी-टू-मूव-इन प्रॉपर्टी खरीदते हैं, तो आपको किराये से राहत मिल जाती है, और किराया ईएमआई में बदल जाता है.