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जानते हैं रेरा के तहत पंजीकरण की प्रक्रिया और आवश्यकताएँ की पुरी जानकारी

by 52patti.com Jul 20-2024

रेरा (भारतीय रियल एस्टेट नियामक और विकास अधिनियम) के लागू होने के बाद भारतीय रियल एस्टेट में कई बदलाव आए हैं। यह अधिनियम 2016 में पारित किया गया था और उसके बाद से रियल एस्टेट सेक्टर में नियमितता और पारदर्शिता में सुधार हुआ है।


यहां कुछ प्रमुख बदलाव हैं जो रेरा के लागू होने के बाद हुए हैं:


1. प्रतिष्ठान: रेरा के लागू होने से पहले, रियल एस्टेट सेक्टर में निगमों और परियोजनाओं के लिए कोई निर्धारित प्रतिष्ठान नहीं थी। अब, रेरा के तहत हर रियल एस्टेट परियोजना को पंजीकृत कराना अनिवार्य है। इससे ग्राहकों को प्रतिष्ठा और सुरक्षा का अनुभव मिलता है।

2. परियोजना का प्रबंधन: रेरा के तहत, परियोजनाओं का प्रबंधन और निगरानी तंत्र स्थापित किया गया है। इसमें विकासकर्ताओं को परियोजना के लिए आवश्यक मंजूरियाँ प्राप्त करनी होती हैं और प्रोजेक्ट के विभिन्न चरणों के दौरान प्रगति की निगरानी की जाती है।

3. आवासीय खरीदारों की सुरक्षा: रेरा के तहत, आवासीय खरीदारों को कई सुरक्षाओं का लाभ मिलता है। इसमें डेवलपर को प्रोजेक्ट की समयबद्धता में गारंटी देनी होती है, अनायासी वसूली से बचाने के लिए पंजीकृत प्रतिष्ठान बनाना होता है, और ग्राहकों को प्रोजेक्ट की।

रेरा के तहत प्रोजेक्ट को पंजीकृत कराना अनिवार्य है क्योंकि इससे आवासीय खरीदारों को निम्नलिखित लाभ मिलते हैं:

1. प्रतिष्ठा और सुरक्षा: पंजीकृत प्रोजेक्टों में ग्राहकों को प्रतिष्ठा और सुरक्षा का अनुभव मिलता है। प्रोजेक्ट के पंजीकरण से पहले, डेवलपर को कोई नियमित निर्धारित प्रतिष्ठान या लाइसेंस नहीं होता था। रेरा के तहत पंजीकृत प्रोजेक्ट में, प्रतिष्ठा प्रमाणित की जाती है और ग्राहकों को सुरक्षा की गारंटी मिलती है।

2. प्रोजेक्ट की समयबद्धता: रेरा के तहत पंजीकृत प्रोजेक्ट में, डेवलपर को प्रोजेक्ट की समयबद्धता में गारंटी देनी होती है। यह ग्राहकों को आश्वासन देता है कि प्रोजेक्ट निर्माण का आवश्यक समय में पूरा होगा और वे अपने निवेश का मूल्यपूर्ण उपयोग कर सकेंगे।

3. पंजीकृत प्रतिष्ठान बनाना: पंजीकृत प्रोजेक्ट के तहत, डेवलपर को एक पंजीकृत प्रतिष्ठान बनाना होता है। इससे ग्राहकों को डेवलपर के खिलाफ अनायासी वसूली से बचाने का मौका मिलता है। पंजीकृत प्रतिष्ठान पर रेरा के तहत सख्त नियम और निर्देश होते हैं जिन्हें डेवलपर को पालन करना होता है।

इन सभी कारणों से, रेरा के तहत प्रोजेक्ट को पंजीकृत कराना आवासीय खरीदारों के लिए महत्वपूर्ण है।